The best Side of hanuman chalisa
व्याख्या – ‘राम लखन सीता मन बसिया’– इसका दूसरा अर्थ यह भी है कि भगवान् श्री राम, श्री लक्ष्मण जी एवं भगवती सीता जी के हृदय में आप बसते हैं।व्याख्या – मनुष्य के जीवन में प्रतिदिन–रात्रि में चारों युग आते–जाते रहते हैं। इसकी अनुभूति श्री हनुमान जी के द्वारा ही होती है। अथवा जागृति, स्वप्न, सुषुप्ति एवं तुरीय चारों अवस्थाओं में भी आप ही द्रष्टारूप से सदैव उपस्थित रहते हैं।
जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ॥१॥ राम दूत अतुलित बल धामा ।
राम मिलाय राज पद दीह्ना ॥१६॥ तुह्मरो मन्त्र बिभीषन माना ।
They discover all the things other than 1 fragment of his jawbone. His good-grandfather on his mother's facet then asks Surya to restore the kid to existence. Surya returns him to lifestyle, but Hanuman is remaining by using a disfigured jaw.[51] Hanuman is claimed to possess used his childhood in Kishkindha.
Janama janamaJanama janamaBirth immediately after delivery keKeOf dukhaDukhaUnhappiness / suffering bisarāvaiBisarāvaiRemove / still left driving That means: By singing your praise, just one finds Lord Rama and escapes from agony/unhappiness in countless lives.
श्रीरघुबीर हरषि उर लाये ॥११॥ रघुपति कीह्नी बहुत बड़ाई ।
भावार्थ– आपने संजीवनी बूटी लाकर लक्ष्मण जी को जिलाया। इस कार्य से प्रसन्न होकर भगवान् श्री राम ने आपको हृदय से लगा लिया।
O partial incarnation of Lord shiva, giver of joy to King Kesari. Your good majesty is revered by the whole planet.
बुद्धिहीन तनु जानिकै सुमिरौं पवनकुमार।
कबि कोबिद कहि सके कहाँ ते ॥१५॥ तुम उपकार सुग्रीवहिं कीह्ना ।
सत्संग के द्वारा ही ज्ञान, विवेक एवं शान्ति की प्राप्ति होती है। यहाँ श्री हनुमान जी सत्संग के प्रतीक हैं। अतः श्री हनुमान जी की आराधना से सब कुछ प्राप्त हो सकता है।
“He whoever recites hanuman chalisa this 100 instances, his chains of Bondage will be Lower, Good happiness will likely be his.”
भावार्थ – जो प्राणी वीरश्रेष्ठ श्री हनुमान जी का हृदयसे स्मरण करता है, उसके सभी संकट दूर हो जाते हैं और सभी प्रकार की पीड़ाएँ समाप्त हो जाती हैं।